संत रविदास जी ने भगवान की भक्ति में समर्पित होने के साथ अपने सामाजिक और पारिवारिक कर्त्तव्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। वे बिना लोगों में भेदभाव किए आपस में सद्भाव और प्रेम से रहने की शिक्षा देने के लिए जाने जाते हैं।
बिहार प्रदेश सह संयोजक महादलित प्रकोष्ठ ज़िला परिषद -23 कुढ़नी के नेता सचिन राम जी ने संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र साकरा, मुरियारी गाँव व गनियारी गाँव के निवासियों को मिलकर दिया, और सभी से अनुरोध किया कि भाजपा की ओर से पटना में होने जा रहे संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती समारोह में शामिल हों। गौरतलब है कि भाजपा की ओर से पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में आगामी 23 फरवरी, 2024 को संत शिरोमणि रविदास जी की जयंती मनाई जाएगी।
उल्लेखनीय है कि संत रविदास एक एक महान संत, कवि और समाज सुधारक थे, जिन्हें अपने काव्य और भक्ति के कार्यों के लिए जाना जाता है। माना जाता है कि उनका वाराणसी में हुआ था। रविदास जयंती को भारत में धार्मिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है और उनकी जयंती पर लोग उनके जीवन, उपदेशों और धर्मिक धाराओं को याद करते हैं। यह उत्सव भारत के विभिन्न राज्यों में कई धार्मिक समुदायों द्वारा मनाया जाता है।
रविदास जयंती सामाजिक समानता और भाईचारे का संदेश देने का दिन है। यह दिन हमें रविदास के जीवन और कार्य से प्रेरणा लेने और उनके आदर्शों को अपनाने का अवसर प्रदान करता है। यह दिन हमें जातिवाद, छुआछूत और सामाजिक भेदभाव जैसी बुराइयों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करता है। रविदास जयंती एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो हमें रविदास के जीवन और कार्य से प्रेरणा लेने और एक बेहतर समाज बनाने का प्रयास करने का अवसर प्रदान करता है।