सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक, इस जनसभा में उन्होंने कारगिल युद्ध में मुज्जफरपुर से शहीद हुए जवानों के परिजनों से मिलकर उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इसके उपरांत उन्होंने नगर के सभी शहीद हुए जवानों के चित्र के समक्ष माल्यार्पण करते हुए, 24 घंटे की अखंड दीप प्रज्ज्वलित कर अमर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद कारगिल युद्ध में शामिल होने वाले वीर सपूतों की याद में भव्य मशाल जुलूस भी निकाला।
बताते चलें कि इस दौरान उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध की शुरुआत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ "ऑपरेशन विजय" से की। इस दौरान हजारों घुसपैठियों और पाकिस्तानी सैनिकों को मौत के घाट उतारा गया। मई में शुरू हुए इस युद्ध का अंत 26 जुलाई को हुआ। तब से आज तक 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसके बाद उन्होंने मुज्जफरपुर से शहीद सभी वीर सपूतों को अभिवादन के साथ नमन करते हुए, कार्यक्रम का समापन किया। वहीं इस विशेष मौके पर, सचिन राम के साथ भाजपा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता एवं अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ कई सम्मानित नागरिकों की उपस्थिति मौजूद रही।