बता दे कि यह अनुभव अत्यंत प्रेरणादायक और श्रद्धा से परिपूर्ण है. दुर्गा पूजा के अवसर पर माता रानी के दर्शन करना और आयोजकों को सम्मानित करना न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक समर्पण और सांस्कृतिक एकता का भी सुंदर उदाहरण है.
आपने स्थानीय आयोजकों को सम्मानित कर उनके योगदान को मान्यता दी. छाजन पंचायत और सुजावलपुर में माता के पंडालों में जाकर आशीर्वाद प्राप्त करना जन-जन से जुड़ने की भावना को दर्शाता है. यह पहल समाज में सकारात्मक ऊर्जा और धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देती है.